तेजा दर्शन महोत्सव
बोराड़ा की पावन धरती पर छाया है उल्लास,
आया है तेजा दर्शन महोत्सव, लेकर नई आस।
अजमेर की हवाओं में गूंजे जय-जयकार,
तेजा जी महाराज की महिमा है अपरंपार।
सफेद घोड़े पर सवार, तेजा जी वीर महान,
धर्म, साहस और सच्चाई हैं जिनकी पहचान।
भक्तों के दिलों में जागे श्रद्धा का अपार सागर,
हर कोना गूंजे भक्ति से, जैसे खुद आए हों भाग्य के द्वार।
ढोल-नगाड़ों की गूंज, थालियों की मधुर झंकार,
भक्तों के दिलों में उमड़ता है तेजा जी के प्रति अपार प्यार।
लाल चुनर लहराए, दीप जलें मंदिर के द्वार,
भक्ति और विश्वास से भर जाए हर परिवार।
बोराड़ा की रेत भी गवाह है इस भक्ति के रंग की,
जहाँ तेजा जी के आशीर्वाद से खिलती है हर कली।
आओ, मिलकर करें हम सब यही पुकार,
तेजा जी महाराज की महिमा गूंजे बार-बार।
बोराड़ा की रेत पर लिखा भक्ति का इतिहास,
जहाँ तेजा जी के चरणों में मिलता है सच्चा प्रकाश।
आओ, मिलकर गाएं उनकी महिमा बार-बार,
तेजा दर्शन महोत्सव रहे युगों-युगों तक अपार।
बोराड़ा की रेत पर सजी भक्ति की ये मिसाल,
तेजा जी महाराज की महिमा रहे सदैव बेमिसाल।
हर दिल से निकले बस यही पुकार,
जय जय तेजा जी महाराज, तुम्हारी महिमा अपार!
अनोप भाम्बु
जोधपुर