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16 Aug 2021 · 1 min read

असल तमाशा

माहौल को ज़रा गरम करेंगे
बेशरम लोग भी शरम करेंगे

महफ़िल छोड़ के जानेवाले रुक
तमाशा असल तो अब हम करेंगे

तुम ने देखा है मेरा ज़ख़्म होना
देख ले उस पे अब मरहम करेंगे

नाटक ये चलेगा देर तक अब
देख तू और क्या क्या हम करेंगे

आप तो डर गए देख हालत मेरी
दूर क्या आप हमारे ग़म करेंगे
~विनीत सिंह

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