Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2025 · 1 min read

ज़िन्दगी का हिसाब होता है

ज़िन्दगी का हिसाब होता है
जो समझ में कभी नहीं आता
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

वंदे भारत सेठ रामदास जी
वंदे भारत सेठ रामदास जी
Rituraj shivem verma
मेरी पुरानी कविता
मेरी पुरानी कविता
Surinder blackpen
*भारत माता के लिए , अनगिन हुए शहीद* (कुंडलिया)
*भारत माता के लिए , अनगिन हुए शहीद* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
कोहरा
कोहरा
Chitra Bisht
अहंकार
अहंकार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
Rajesh Kumar Arjun
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
16.5.24
16.5.24
sushil yadav
दोहा त्रयी. . . . . भाव
दोहा त्रयी. . . . . भाव
sushil sarna
Good
Good
*प्रणय प्रभात*
नया साल
नया साल
'अशांत' शेखर
2839.*पूर्णिका*
2839.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई समझ नहीं पाया है मेरे राम को
कोई समझ नहीं पाया है मेरे राम को
Aadarsh Dubey
रात अभी अलसाई है,  जरा ठहरो।
रात अभी अलसाई है, जरा ठहरो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मुझे तो इस समुद्र की तरह गहरा संबंध बनाना है।
मुझे तो इस समुद्र की तरह गहरा संबंध बनाना है।
Iamalpu9492
Go88
Go88
Go88 - Địa Chỉ Tin Cậy Cho Các Tín Đồ Casino Tại Châu Á
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -199 कुरा
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -199 कुरा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रेम कविता
प्रेम कविता
अंकित आजाद गुप्ता
कल की तलाश में आज निकल गया
कल की तलाश में आज निकल गया
नूरफातिमा खातून नूरी
बम
बम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फादर्स डे ( Father's Day )
फादर्स डे ( Father's Day )
Atul "Krishn"
भारतवर्ष महान
भारतवर्ष महान
surenderpal vaidya
मजा जिंदगी का 🤓🤓
मजा जिंदगी का 🤓🤓
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
प्रकृति की सुंदरता देख पाओगे
प्रकृति की सुंदरता देख पाओगे
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
रात
रात
पूर्वार्थ
चलो चलाए रेल।
चलो चलाए रेल।
Vedha Singh
Loading...