एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई प
एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई पर अब तक कुछ भी ठीक नहीं हुआ, बल्कि और उलझ गई हैं जिंदगी…
खुद को दिलासा देते-देते ना जाने कितनी ख्वाहिशें कितनी उम्मीदें मर गई है मेरे अंदर, अब तो अपनी जिंदगी भी बोझ सी लगती है…
बढ़ती उम्र और बदलते लोगों ने मेरे सारे शौक मेरे सारे सपने मेरी सारी खुशियों को छिन लिया, अब तो कुछ चाहने की इच्छा ही नही रही, सब्र करते-करते जिंदगी कब feeling less हो गई पता ही नहीं चला…
जिंदगी कितनी जल्दी गुजर गई पता ही नही चला ना इसे ठीक से जी पाए ना देख पाए ना ही समझ पाए, बस इंतज़ार ही करते रह गए कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा…!!