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6 Jan 2025 · 1 min read

वादा

वादा

चलो एक बार फिर हम दोनों ये वादा करते है
अब विश्वास एक दूजे से ज्यादा करते है

बहुत हो चुका ये खेल हार जीत का
अब सिलसिला शुरू मोहब्बत का करते है
चलो एक बार फिर वादा एक दूजे से करते है

काफी उतार चढ़ाव देखे है हमने
कभी देखी जमीन गमों की तो कभी खुशियों का आसमान देखा है हमने
चलो अब खुद की ख़ुशी को भी आगे रखते है
एक बार फिर ये वादा एक दूजे से करते है।

ना मैं कुछ पूछूंगी ना तुम चुप चाप रहना
आंखों में छुपे होंगे वो अहसास जो हमें है पढ़ना
बहुत हो गई बातें शब्दों की चलो अब खामोशी को भी पढ़ते है
एक बार फिर वादा एक दूजे से साथ निभाने का करते हैं।

रेखा खिंची ✍️

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