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6 Jan 2025 · 1 min read

कुछ पल अपने लिए

मैं सबसे ज्यादा आराम महसूस करती हूं जब तब मेरे विचारों में सहजता रहती हैं। नकारात्मक प्रभाव कम हो तब ज्यादा आराम महसूस होता है। किसी बात की चिंता महसूस नहीं होती मन भी प्रसन्न रहता है। आराम महसूस करती हूं जब मैं प्रसन्न मन से लिखती हूं।

कुछ पल आराम के चुरा लो इस भागते हुए सफ़र में
ये जिंदगी हमें रुकने नहीं देती
गर हौसला हो उड़ान भरने का
तो हिम्मत हमको रुकने नहीं देती

जब स्वार्थ से परे होकर
अपनी ही भावनाओं में खोकर
किसी और के लिए नहीं
खुद के लिए सोचें तो
आराम मिलता है
दिन भर की थकान से चूर
एक पल अपने नाम का हो तो आराम मिलता है

कहां कोई खुश हो पाया है हमारे प्रयासों से
लेकिन खुद के लिए किए हुए प्रयास से आराम मिलता है।

रेखा खिंची ✍️✍️

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