Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2024 · 1 min read

ईमानदारी, सेवा का पहनो चोला

ईमानदारी, सेवा का पहनो चोला
मूढ़ों का रहे तुम्हारे पीछे टोला,
तुम्हारा ही वे करेंगे गुणगान
लूटना जग को कितना आसान।

1 Like · 32 Views

You may also like these posts

यादों की खोज।
यादों की खोज।
Kanchan Alok Malu
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
Karuna Goswami
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
*शिक्षा*
*शिक्षा*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मुक्तक 1
मुक्तक 1
SURYA PRAKASH SHARMA
24)”मुस्करा दो”
24)”मुस्करा दो”
Sapna Arora
जब हक़ीक़त झूठ से टकरा गयी…!
जब हक़ीक़त झूठ से टकरा गयी…!
पंकज परिंदा
देखा है
देखा है
Ahtesham Ahmad
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
प्यासे को पानी ....
प्यासे को पानी ....
sushil yadav
मुस्कुराने लगे है
मुस्कुराने लगे है
Paras Mishra
*ताना कंटक एक समान*
*ताना कंटक एक समान*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तेरी याद.....!
तेरी याद.....!
singh kunwar sarvendra vikram
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"कष्ट"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी मौत पर
ज़िंदगी मौत पर
Dr fauzia Naseem shad
#जय_माता_दी
#जय_माता_दी
*प्रणय*
बचपन
बचपन
Sakhi
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
श्रीकृष्ण शुक्ल
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
gurudeenverma198
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
दहेज मांग
दहेज मांग
Anant Yadav
हनुमान वंदना/त्रिभंगी छंद
हनुमान वंदना/त्रिभंगी छंद
guru saxena
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
शेखर सिंह
*खूबसूरत ज़िन्दगी*
*खूबसूरत ज़िन्दगी*
शिव प्रताप लोधी
हमनवा हमनवा
हमनवा हमनवा
दीपक झा रुद्रा
परमात्मा
परमात्मा
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
क्यों जीना है दहशत में
क्यों जीना है दहशत में
Chitra Bisht
आरंभ
आरंभ
मनोज कर्ण
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
Loading...