अवतरण ने जिसको अपना कहा था,
अवतरण ने जिसको अपना कहा था,
निर्वाण ने बना दिया मेहमान,
बावरी यह तो सराय ही है
जिसको समझा तूने अपना मकान
धन ,दौलत,माया जोड़ी,
जोड़ लिया सारा प्रपंच,
हाथ पसारे जाना सबको,
व्यर्थ किया तूने पुनर्निमाण
अवतरण ने जिसको अपना कहा था,
निर्वाण ने बना दिया मेहमान,
बावरी यह तो सराय ही है
जिसको समझा तूने अपना मकान
धन ,दौलत,माया जोड़ी,
जोड़ लिया सारा प्रपंच,
हाथ पसारे जाना सबको,
व्यर्थ किया तूने पुनर्निमाण