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24 Nov 2024 · 1 min read

“एडमिन और मोडरेटर”

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
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एडमिन के तिरस्कारों से
स्तब्ध हो जाता हूँ
ग्रुप के मोडरेटरों से भी
घबड़ा जाता हूँ !
अच्छी ख़ासी अपनी
कृतियों को
शालीनता माधुर्यता और
शिष्टाचार के फ्रेमों
में सजा कर
समर्पित करता हूँ
अपनी लेखनी ,कविताओं, संस्मरणों
में सत्यम ,शिवम ,सुंदरम की
प्रतिध्वनियों का
समावेश करता हूँ
कवि ,लेखक ,साहित्यकार
चित्रकार और गायक
लोगों की तालियों के
मोहताज़ रहते हैं
उनको कुछ नहीं चाहिए
वो लोगों के हृदय
में सदियों तक
रहना चाहते हैं
उभरते लेखक ,कवि ,साहित्यकार
की अवहेलना से
उनका मनोबल टूट जाता हैं
अकारण डिलीट और पेंडिंग
उनकी लेखनी को
करने से उनका
वैभब कहीं छूट जाता है !!
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डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
24.11.2024

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