Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2024 · 1 min read

आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !

आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
कल कोई गांडीवधारी आ के रण में
हुंकार करके महाभारत ना रच दें !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल

64 Views

You may also like these posts

"स्वास्थ्य"
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
Ranjeet kumar patre
दिखे ऊंट लंगूर
दिखे ऊंट लंगूर
RAMESH SHARMA
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
गुरु की दीवानगी
गुरु की दीवानगी
Rahul Singh
.
.
*प्रणय*
यें लो पुस्तकें
यें लो पुस्तकें
Piyush Goel
जो प्राप्त न हो
जो प्राप्त न हो
Sonam Puneet Dubey
विरह्नि प्रियतमा
विरह्नि प्रियतमा
pradeep nagarwal24
”बंदगी”
”बंदगी”
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
पितृ स्तुति
पितृ स्तुति
गुमनाम 'बाबा'
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
राम जैसा मनोभाव
राम जैसा मनोभाव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खुदगर्जो का नब्ज, टटोलना है बाकी ..
खुदगर्जो का नब्ज, टटोलना है बाकी ..
sushil yadav
फिर मुझे तेरी याद आई
फिर मुझे तेरी याद आई
Jyoti Roshni
आखिरी जीत
आखिरी जीत
Heera S
3786.💐 *पूर्णिका* 💐
3786.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
संवेदनाएं जिंदा रखो
संवेदनाएं जिंदा रखो
नेताम आर सी
तेरा मुझे याद करना मेरी हिचकियों का ना थमना -
तेरा मुझे याद करना मेरी हिचकियों का ना थमना -
bharat gehlot
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
देखिए आईपीएल एक वह बिजनेस है
शेखर सिंह
लघु रचना  : दर्द
लघु रचना : दर्द
sushil sarna
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
हरि हरण, अशोक पुष्प मंजरी, सिंह विक्रीड़ आदि
guru saxena
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव
सुन लो प्रिय अब किसी से प्यार न होगा।/लवकुश यादव "अजल"
लवकुश यादव "अज़ल"
एक जरूरी खत
एक जरूरी खत
Anil Kumar Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*
*"परिजात /हरसिंगार"*
Shashi kala vyas
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
मेरे जज़्बात को चिराग कहने लगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
द्वार मैं तेरे आऊं
द्वार मैं तेरे आऊं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
!!तुम्हे अपना समझता है!!
!!तुम्हे अपना समझता है!!
जय लगन कुमार हैप्पी
Loading...