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26 Sep 2024 · 1 min read

बेबस कर दिया

बेबस कर दिया उसने करके प्यार।
दिन भर करें हम उसका इंतजार।

सारा दिन हम सोचे , मिल जाए वो
दिन भर तरसे जिया, हो जाए दीदार।

कहीं न लागे मन ,कुछ न सोच पाए
एक नज़र तकने को,दिल है बेकरार।

ये इश्क़ भी कितनी बुरी शै है ऐ खुदा
आग के दरिया में,डूब मरने को तैयार।

इतनी बेरुखी भी अच्छी नहीं होती
ख़िजा के बाद तो आयेगी बहार।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
94 Views
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