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9 Aug 2024 · 1 min read

आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा

आपको देखकर _दिल को ऐसा लगा
सारी दुनिया की हमको खुशी मिल गई
आप सा न कही हमने_ देखा कभी
चांद की_ चांदनी रात को खिल गई
पास आओ _जरा _दूर जाओ न तुम
अपनी नजरे चुराकर_ सताओ न तुम
तुम ही हो मेरी जीवन की सब मन्नतें
हमको थोड़ा हंसाकर रुलाओ न तुम
कृष्णकांत गुर्जर

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