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8 Aug 2024 · 1 min read

धूल छा जाए भले ही,

धूल छा जाए भले ही,
पर चमक खोता नहीं है।
जागता रहता है हर पल,
आईना सोता नहीं है।।

🙅प्रणय प्रभात🙅

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