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31 Jul 2024 · 1 min read

तुमसे मोहब्बत है

तुम से मोहब्बत है, कह नहीं सकता ,
पर बिन तुम्हारे अब रह नहीं सकता ।

एक बार ज़िंदगी में , आये हो अगर,
हो जाये जुदाई अब सह नहीं सकता ।

गुज़र जाते थे दिन, ख़ुद ब ख़ुद ही ,
काटे नहीं कटते कुछ कह नहीं सकता ।

आदत हो गई , अब साथ चलने की
तुम्हारे सहारे बिन अब चल नहीं सकता दल

डा. राजीव “सागरी”

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