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26 Jul 2024 · 1 min read

नमन उन वीर को दिल से,

नमन उन वीर को दिल से,
डिगे ना लक्ष्य से तिल भर।
लड़े जो मृत्यु बनकर ही,
झुकाया मृत्यु ने भी सर।

अमरता का हृदय पिघला,
सजे सिंदूर-बिंदी हर।
दुःख भी मौन रोता है,
सूने आँचल, राखी पर।

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