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2 Jul 2024 · 1 min read

हमने हर रिश्ते को अपना माना

हमने हर रिश्ते को अपना माना
हर मंज़र को दिल से पहचाना
पर हर पथ ज़िंदगी ने पूछा हमे
बता तेरा कहा है ठिकाना

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