Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
2 Sep 2016 · 1 min read

खफा

दुश्मनों की बात मत पूंछों ,

दोस्त भी बर्दाश्त नहीं होते ।

न जाने क्या हो गया मुझको !

खुद से बहुत खफा हूँ मैं ।

ला देता वक्त से पहले कयामत ।

अच्छा हुआ खुदा नहीं हूँ मैं । ………रवि

Loading...