*हमारा छत्तीसगढ़ महान है*
यूं ही नहीं मिल जाती मंजिल,
धड़कन-धड़कन साँस-साँस कुछ कहती है,
*रिश्वत देकर काम निकालो, रिश्वत जिंदाबाद 【हिंदी गजल/ गीतिका】
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
अपनों की चिंता करते करते,
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान हैं बहुत लोग,
रफ़्ता रफ़्ता (एक नई ग़ज़ल)
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
बारिश में संग मेरे भीग जाया करो
ग़ज़ल _अरमान ये मेरा है , खिदमत में बढ़ा जाये!
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते