रामसापीर
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
या तो लाल होगा या उजले में लपेटे जाओगे
गौर फरमाएं अर्ज किया है....!
प्रेरक प्रसंग
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
ख़ुशबू आ रही है मेरे हाथों से
बहर के परे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
#AtulSubhash #ManavSharma
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*पूजा पत्नी की करो, साली जी से प्यार (हास्य कुंडलिया)*
बहुत दिनों के बाद मिले हैं हम दोनों
.....ऐ जिंदगी तु बड़ा सताती है...
ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं,