Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

“” *आओ बनें प्रज्ञावान* “”

“” आओ बनें प्रज्ञावान “”
***********************

आओ
बनें हम प्रज्ञावान,
सुख-दुःख से ऊपर उठते चलें !
और कभी न करें यहाँ व्यर्थ चिंताएं….,
श्रीप्रभु भक्ति में स्वयं को लीन बनाए रखें !! 1!!

बनें
ज्ञानी और विवेकवान,
सदा सम्यक भाव संग जीएं चलें !
और कभी ना फँसे यहाँ राग-द्वेष में…..,
निस्पृह प्राणी बनके वीतरागी बनें !! 2 !!

प्रज्ञावान
रहते जीवन में,
सदैव चिंतन मननशील यहाँ पे !
और कभी न करें किसी से अपेक्षाएं…,
एवं उपेक्षित भाव को त्याजते चलें!! 3 !!

आओ
बनें सभी प्रज्ञावान,
स्थिरबुद्धि से चलें यहाँ सोचते !
सदैव बनाए रखें अकूत धैर्य संतोष…,
और चलें राधे-श्रीकृष्ण संकीर्तन में झूमते !! 4 !!

¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥

सुनीलानंद
गुरुवार,
30 मई, 2024
जयपुर,
राजस्थान |

Language: Hindi
87 Views
Books from सुनीलानंद महंत
View all

You may also like these posts

पुरस्कार हेतु गद्य विधा में पुस्तकें आमंत्रित हैं
पुरस्कार हेतु गद्य विधा में पुस्तकें आमंत्रित हैं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बस्तर का बोड़ा
बस्तर का बोड़ा
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
Jyoti Roshni
मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद
मिली नही विश्वास की, उन्हें अगर जो खाद
RAMESH SHARMA
sp125 मां और पिता
sp125 मां और पिता
Manoj Shrivastava
दिल में
दिल में
Dr fauzia Naseem shad
आशा
आशा
Rambali Mishra
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
आज़ कल के बनावटी रिश्तों को आज़ाद रहने दो
आज़ कल के बनावटी रिश्तों को आज़ाद रहने दो
Sonam Puneet Dubey
अच्छी-अच्छी बातें (बाल कविता)
अच्छी-अच्छी बातें (बाल कविता)
Ravi Prakash
नहीं बची वो साख पुरानी,
नहीं बची वो साख पुरानी,
manjula chauhan
अरमान दिल में है
अरमान दिल में है
डॉ. दीपक बवेजा
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तां हमारा
Nitesh Shah
मेरे यादों के शहर में।
मेरे यादों के शहर में।
Faiza Tasleem
मिटते गांव
मिटते गांव
Sanjay ' शून्य'
सामयिक साहित्य
सामयिक साहित्य "इशारा" व "सहारा" दोनों दे सकता है। धूर्त व म
*प्रणय*
हम कुछ कार्य करने से पहले बहुत बार कल्पना करके और समस्या उत्
हम कुछ कार्य करने से पहले बहुत बार कल्पना करके और समस्या उत्
Ravikesh Jha
मासूम कोयला
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
भिक्षुक एक श्राप
भिक्षुक एक श्राप
Kaviraag
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
MEENU SHARMA
4156.💐 *पूर्णिका* 💐
4156.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
मरने के बाद करेंगे आराम
मरने के बाद करेंगे आराम
Keshav kishor Kumar
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दिखा दो
दिखा दो
surenderpal vaidya
*तजुर्बा*
*तजुर्बा*
Pallavi Mishra
Dear me
Dear me
पूर्वार्थ
बच्चे मन के सच्चे
बच्चे मन के सच्चे
Savitri Dhayal
Loading...