Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के

तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
हर हाल में पड़ता है चलना सँभल सँभल के
कई बार समय बदला अच्छा बुरा बन बन के
कई लोग मिले अक्सर नज़रें बदल बदल के
क्या क्या न किया हमने उनकी ख़ुशी की ख़ातिर
हर बार नयी आयी कोई कमी निकल के
हर बूँद लफ़्ज़ बन कर काग़ज़ पे बिछ गयी है
आँखों में जब भी आए आँसू मचल मचल के
कंधों पे पर्वतों के नदियाँ पिघल रहीं हैं
कभी धूप खिलखिलाये कभी चाँद झुके ढल के
ख़ुशियों की क़ीमतों का सच्चा हिसाब देंगे
वो जो बड़े हुए हैं बर्बादियों में पल के
लफ़्ज़ों में तो कमी थी लहजों ने कह दिया सब
अपने पराये सबसे हम आ तो गए मिल के
ये रास्ता हँसता था जब हम सुबह चले थे
अब ये भी थक रहा है इस दिन के साथ ढल के
हाथों की लकीरों से दिल तक के रास्ते पर
कुछ लोग साथ आए कुछ रह गए निकल के
दिल बन गए संगेमरमर चिकने ,कठोर,भंगुर
लो जा रहे है पर्वत उनकी जगह पिघल के
हल्की सी तपिश ग़म की इतना बवाल तोबा
सोने से कभी पूछा क्यों हंस रहा है जल के
कंचन

Language: Hindi
50 Views
Books from Kanchan Gupta
View all

You may also like these posts

चांदनी भी बहुत इतराती है
चांदनी भी बहुत इतराती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
माना कि हम सही तुम सही,
माना कि हम सही तुम सही,
श्याम सांवरा
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
VINOD CHAUHAN
धोरां वाळो देस
धोरां वाळो देस
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जितनी  ज्यादा   चाह  परिंदे।
जितनी ज्यादा चाह परिंदे।
पंकज परिंदा
हमने माना
हमने माना
SHAMA PARVEEN
अपने विचारों को अपनाने का
अपने विचारों को अपनाने का
Dr fauzia Naseem shad
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
Mohan Bamniya
मैंने यह जान लिया कि....
मैंने यह जान लिया कि....
Ajit Kumar "Karn"
शारदे देना मुझको ज्ञान
शारदे देना मुझको ज्ञान
Shriyansh Gupta
सौगात   ...
सौगात ...
sushil sarna
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
Rekha khichi
सावन की बारिश
सावन की बारिश
Rambali Mishra
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
हम
हम
Adha Deshwal
हर एक तगमा झूठा है
हर एक तगमा झूठा है
Maroof aalam
आँखें उदास हैं - बस समय के पूर्णाअस्त की राह ही देखतीं हैं
आँखें उदास हैं - बस समय के पूर्णाअस्त की राह ही देखतीं हैं
Atul "Krishn"
नववर्ष संकल्प
नववर्ष संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
काला न्याय
काला न्याय
Anil chobisa
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
Ranjeet kumar patre
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
जिदगी
जिदगी
पूर्वार्थ
पत्रकार दिवस
पत्रकार दिवस
Dr Archana Gupta
हर गली में ये मयकदा क्यों है
हर गली में ये मयकदा क्यों है
प्रीतम श्रावस्तवी
अन्तर
अन्तर
Dr. Kishan tandon kranti
सुन-सुन कर दुखड़ा तेरा, उसे और वह बढ़ाती गई,
सुन-सुन कर दुखड़ा तेरा, उसे और वह बढ़ाती गई,
Ritesh Deo
यह मेरी जन्मभूमि है(ठूँसरा)
यह मेरी जन्मभूमि है(ठूँसरा)
gurudeenverma198
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
नेपाली कथा : वान्डर बोका !
नेपाली कथा : वान्डर बोका !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...