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26 May 2024 · 1 min read

प्रसव

जब सतरंगी सपना कोई अक्सर मन को छल जाता है

जब शहनाई के मधुर स्वरों में कोई मुझे बुलाता है

जब दर्द पराया अपना बंद अंतर्मन को मथ देता है

तब जन्म ग़ज़ल का होता है और गीत कोई जन जाता है

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