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19 May 2024 · 1 min read

चलो चाय पर मिलते हैं

चलो चाय पर मिलते हैं

जब भी ज़िन्दगी में ताज़गी की ज़रूरत महसूस करते हैं ,
सभी दोस्त मिलकर कहते हैं ,
चलो चाय पर मिलते हैं ।

हर बात पर हम हँसते हैं ,
यादों के तार जुड़ते हैं ,
जब भी हम चाय पर मिलते हैं ।

दिल के बंद दरवाज़े पल में खुलते हैं ,
हर चुस्की से अनगिनत समाचार निकलते हैं ,
जब भी हम चाय पर मिलते हैं ।

चाय की महक में सब कुछ भूलते हैं ,
ले प्याला हाथ में मस्ती में झूमते है ,
जब भी हम चाय पर मिलते हैं ।

व्यस्तता से कुछ पल निकालते हैं ,
आओ बहारों को फिर बुलाते हैं ,
चलो दोस्तों चाय की चुस्कियाँ लगाते हैं ।

चाय सी गरमाहट रिश्तों में बनी रहे ,
शामें इक दूजे के संग गुजरती रहें ,
मिलने की चाह दिल में पलती रहे ।

चाय पर मिलने के सिलसिले यूँ ही चलते रहें ,
एक दूसरे की ख़ुशी का कारण हम बनते रहें ,
प्याले हमारे प्रेम से सदैव भरे रहें ।
प्याले हमारे प्रेम से सदैव भरे रहें ।

इंदु नांदल विश्व रिकॉर्ड होल्डर
इंडोनेशिया
स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 53 Views
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