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21 Mar 2023 · 1 min read

*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका

जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका】
■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है
कभी-कभी कुछ मिल जाता है, कभी-कभी खो जाता है
(2)
भरे हुए अफरातफरी से, कुछ होते हैं ऐसे क्षण
बीत गया युग लेकिन कर के, याद हृदय रो जाता है
(3)
उसके भला भाग्य से बढ़कर, किसका भाग्य लिखा होगा
बिना नींद की गोली खाए, रात हुई सो जाता है
(4)
सूई का धागा मॉं समझो, होती है परिवारों में
एक उसी धागे में सबका, अहंकार पो जाता है
(5)
बुरे और अच्छे भावों की, ताकत को मत कम आँको
अच्छा-बुरा भाग्य यह केवल, क्षण-भर में बो जाता है
—————————————- ———-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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