"बचपन"
“बचपन”
कभी करते चॉकलेटों की चोरी,
फिर भी करते सीना – जोरी।
गजब की मस्ती, गजब का शोर,
था वो गजब का मनभावन दौर।
“बचपन”
कभी करते चॉकलेटों की चोरी,
फिर भी करते सीना – जोरी।
गजब की मस्ती, गजब का शोर,
था वो गजब का मनभावन दौर।