Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

I met Myself!

The other day, while running behind a butterfly,
I saw myself chasing some weird dreams,
I met myself the same little naughty being,
After so long, i met myself chasing butterflies!

Ah! I got goosebumps seeing myself,
Doing such silly things, talking nonchalantly,
Wandering in my own children like dreams,
I met myself once again chasing butterflies!

Away from daily’s hustle bustle,
Far from the city’s mad crowd,
Leaving behind the packed AC car,
I met myself again running behind butterflies!

Breaking all shackles of life,
Leaving behind all responsibilities,
Getting wet in the rains once again,
I met myself once again, while chasing butterflies!

1 Like · 124 Views
Books from कविता झा ‘गीत’
View all

You may also like these posts

जय माँ शैलपुत्री
जय माँ शैलपुत्री
©️ दामिनी नारायण सिंह
अपने पराए
अपने पराए
Shyam Sundar Subramanian
हे मात जीवन दायिनी नर्मदे मैया
हे मात जीवन दायिनी नर्मदे मैया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
Raju Gajbhiye
सीमाओं का परिसीमन
सीमाओं का परिसीमन
Nitin Kulkarni
गीत
गीत
Jai Prakash Srivastav
संवेदना
संवेदना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
वो अनजाना शहर
वो अनजाना शहर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
दोस्त
दोस्त
Rambali Mishra
Stay grounded
Stay grounded
Bidyadhar Mantry
#आदरांजलि-
#आदरांजलि-
*प्रणय*
नवरात्रि विशेष - असली पूजा
नवरात्रि विशेष - असली पूजा
Sudhir srivastava
सितारों से सजी संवरी इक आशियाना खरीदा है,
सितारों से सजी संवरी इक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमारा नमन
हमारा नमन
Mahesh Tiwari 'Ayan'
*भूमिका*
*भूमिका*
Ravi Prakash
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
गम के बगैर
गम के बगैर
Swami Ganganiya
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
ಕಡಲ ತುಂಟ ಕೂಸು
Venkatesh A S
कविता: सपना
कविता: सपना
Rajesh Kumar Arjun
आदतें
आदतें
Sanjay ' शून्य'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मुक्तक
मुक्तक
गुमनाम 'बाबा'
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
हमने हर रिश्ते को अपना माना
हमने हर रिश्ते को अपना माना
Ayushi Verma
तोटक छंद
तोटक छंद
Santosh Soni
मैं सोच रही थी...!!
मैं सोच रही थी...!!
Rachana
साँझ का बटोही
साँझ का बटोही
आशा शैली
Loading...