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14 May 2024 · 2 min read

माँ i love you ❤ 🤰

माँ i love you ❤
माँ मुझे इस दुनिया मे न लाओ न माँ!!
माँ इस दुनिया मे मुझे डर लगता है !
यहां स्वर्थी लोग है माँ!
बहुत डर लगता है माँ !
सूरज की रौशनी आग जैसा लगता है !
पानी की बुँदे भी तेजाब जैसा लगता हैं!
मां हवा में भी हवा जहर जैसा लगता है!
मां आपने आँचल मे मुझे छुपा ले बहुत डर लगता है!

माँ आपको याद है वो काँच की गुड़िया, जो बचपन में टूटी थी!
मां कुछ ऐसे ही आज में टूट गई हूँ !
मेरी गलती कुछ भी ना थी माँ!
फिर भी खुद से रूठ गई हूँ !!

माँ आपको याद है वो दिन !
बचपन में स्कूल टीचर की गन्दी नजरों से डर लगता था माँ!
पड़ोस के चाचा के नापाक इरादों से डर लगता था माँ!
अब नुक्कड़ के लड़कों की बेख़ौफ़ बातों से डर लगता है माँ !
अब चार कदम चलने डर लगता है माँ!
और कभी बॉस के वहशी इशारों से डर लगता है माँ!
मां अपने आँचल मे मुझे छुपा लो न माँ! !
बहुत डर लगता है माँ!!

माँ वो आँगन याद है मां! !
जब मैं आँगन में चिड़िया सी फुदक रही थी माँ! !
जब ठोकर खा कर मैं जमीन पर गिर पड़ी थी माँ!
दो बूंद खून की बहाव देख कर तू भी तो रो पड़ी थी माँ!
माँ तूने तो मुझे फूलों -फूलो की तरह पाली माँ!
उन दरिंदों का आखिर मैंने क्या बिगाड़ा था माँ! !
क्यों वो मुझे इस तरह मसल के चले गए है माँ!
बेदर्दी से मेरी रूह को कुचल के चले गए माँ!
माँ मुझे अपने आँचल मे छुपा लो न माँ 🥹🥹

@स्वरा कुमारी आर्या✍🏻

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