Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

टुकड़े हुए दिल की तिज़ारत में मुनाफे का सौदा,

टुकड़े हुए दिल की तिज़ारत में मुनाफे का सौदा,
ऐसा लगता है कि अब मेरी कोई जायदाद भी नहीं

121 Views

You may also like these posts

भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बदल सकता हूँ मैं......
बदल सकता हूँ मैं......
दीपक श्रीवास्तव
⭕️⭕️चूड़ियाँ
⭕️⭕️चूड़ियाँ
Dr. Vaishali Verma
तपन
तपन
Vivek Pandey
राम भजन
राम भजन
आर.एस. 'प्रीतम'
விடிந்தும்
விடிந்தும்
Otteri Selvakumar
आत्म अवलोकन कविता
आत्म अवलोकन कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
कलेजा फटता भी है
कलेजा फटता भी है
Paras Nath Jha
शराब की वज़ह से
शराब की वज़ह से
Shekhar Chandra Mitra
*'नए क्षितिज' का दोहा विशेषांक*
*'नए क्षितिज' का दोहा विशेषांक*
Ravi Prakash
तस्वीर
तस्वीर
seema sharma
हे ! निराकार रूप के देवता
हे ! निराकार रूप के देवता
Buddha Prakash
ये चुनाव का माहौल है
ये चुनाव का माहौल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शब्दों का झंझावत🙏
शब्दों का झंझावत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
कवि रमेशराज
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
मतदान करो और देश गढ़ों!
मतदान करो और देश गढ़ों!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
शेखर सिंह
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
Guru Mishra
आप अपना
आप अपना
Dr fauzia Naseem shad
संविधान का खेल
संविधान का खेल
Sudhir srivastava
" मुशाफिर हूँ "
Pushpraj Anant
मां शारदा वागेश्वरी
मां शारदा वागेश्वरी
Mandar Gangal
" रोटी "
Dr. Kishan tandon kranti
नूर है, और रंगत भी, मदहोश करने वाली।
नूर है, और रंगत भी, मदहोश करने वाली।
श्याम सांवरा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2636.पूर्णिका
2636.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बेहद मुख्तसर सी
बेहद मुख्तसर सी
हिमांशु Kulshrestha
Loading...