"ठोको जी भर ताली..!"-हास्य कविता
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सामाजिक और धार्मिक कार्यों में आगे कैसे बढ़ें?
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
मन को सम्भाले मन का कोई चेहरा नहीं है, आत्मा का भी कोई चेहरा
न जागने की जिद भी अच्छी है हुजूर, मोल आखिर कौन लेगा राह की द
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
" पीती गरल रही है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बेरोजगारी की महामारी
Anamika Tiwari 'annpurna '
ना तुझ में है, ना मुझ में है
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
ख़्वाब में पास थी वही आँखें ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
मातु शारदे करो कल्याण....
संभल जाओ, करता हूँ आगाह ज़रा
बिटिया!तुम संघर्षों से मत घबराना .....
शालिग्राम तुलसी कहलाई हूँ
ज़िंदगी पढ़ाई से शुरू दवाई पर खत्म
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है