Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2024 · 1 min read

Lonely is just a word which can’t make you so,

Lonely is just a word which can’t make you so,
When you’ve thousands of thoughts irritating and tingling in your mind,
Whose seeds in actual life want to sprout.
Sometimes imagination can be as imaginary as infinity,
It’s such a pity.
The endless wars that you fight in your mind make you ponder over your loss,
When you think the right person to be Gross.
Maybe I’m drowning in a stream,
Which is as pretty as a dream,
In which flaws are actually missing,
Where you get a person very supporting.

204 Views

You may also like these posts

वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
*तेरी याद*
*तेरी याद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मुश्किल है हिम्मत करना
मुश्किल है हिम्मत करना
अरशद रसूल बदायूंनी
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
Yogendra Chaturwedi
रेत समाधि : एक अध्ययन
रेत समाधि : एक अध्ययन
Ravi Prakash
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रेम के बाजार में
प्रेम के बाजार में
Harinarayan Tanha
खुद को जानना जानना प्रिये
खुद को जानना जानना प्रिये
Acharya Shilak Ram
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
"सम्पाति" जैसे उन्माद में
*प्रणय*
प्लास्टिक प्रदूषण घातक है
प्लास्टिक प्रदूषण घातक है
Buddha Prakash
जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज.
जयचंदों का देश में,फलता नही रिवाज.
RAMESH SHARMA
हमेशा याद रखना,
हमेशा याद रखना,
Ranjeet kumar patre
"वाह जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
*सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व*
*सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व*
Vaishaligoel
लोगों को कहने दो
लोगों को कहने दो
Jyoti Roshni
जीवन संगीत
जीवन संगीत
Shyam Sundar Subramanian
बेवजह बदनाम हुए तेरे शहर में हम
बेवजह बदनाम हुए तेरे शहर में हम
VINOD CHAUHAN
अल्फाजों को क्या खबर
अल्फाजों को क्या खबर
हिमांशु Kulshrestha
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
इक ज़िंदगी मैंने गुजारी है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उद्गगार
उद्गगार
Jai Prakash Srivastav
ये हक़ीक़त है
ये हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
you don’t need a certain number of friends, you just need a
you don’t need a certain number of friends, you just need a
पूर्वार्थ
2557.पूर्णिका
2557.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिल की प्यारी
दिल की प्यारी
जय लगन कुमार हैप्पी
मेरे  जीवन की  कमी हो  तुम
मेरे जीवन की कमी हो तुम
Sonam Puneet Dubey
Waste your time 😜
Waste your time 😜
Otteri Selvakumar
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
इसलिए भी मेरे ख़ूँ में वतन-परस्ती आई है
इसलिए भी मेरे ख़ूँ में वतन-परस्ती आई है
Trishika S Dhara
Loading...