Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2024 · 1 min read

‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an

‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance and epilepsy attack of love.

‌When vibes match the auras mingle with eachother and the tryst occurs with supremacy.

Relationships shouldn’t be casual like casually we give nicknames. But if the situation is such that nickname is given out of love then all relationships should be such.

245 Views

You may also like these posts

"अल्फ़ाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्यानि न मनोरथैः। न हि सुप्तस्य सिंहस
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्यानि न मनोरथैः। न हि सुप्तस्य सिंहस
ललकार भारद्वाज
शिक्षक का सच्चा धर्म
शिक्षक का सच्चा धर्म
Dhananjay Kumar
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
वारिस हुई
वारिस हुई
Dinesh Kumar Gangwar
नन्दी बाबा
नन्दी बाबा
Anil chobisa
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
तन्हाई को जीते जीते
तन्हाई को जीते जीते
हिमांशु Kulshrestha
सत्य और असत्य का
सत्य और असत्य का
Dr fauzia Naseem shad
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
VINOD CHAUHAN
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्राद्ध पक्ष में दुर्लभ कागों को समर्पित एक देसी ग़ज़ल:-
श्राद्ध पक्ष में दुर्लभ कागों को समर्पित एक देसी ग़ज़ल:-
*प्रणय*
सड़क
सड़क
Roopali Sharma
कौशल्या नंदन
कौशल्या नंदन
Sonam Puneet Dubey
Tears in eyes
Tears in eyes
Buddha Prakash
3442🌷 *पूर्णिका* 🌷
3442🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
'दीप' पढ़ों पिछडों के जज्बात।
'दीप' पढ़ों पिछडों के जज्बात।
Kuldeep mishra (KD)
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
दर्द भरी मुस्कान
दर्द भरी मुस्कान
ओनिका सेतिया 'अनु '
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
रूप अनेक अनजान राहों मे
रूप अनेक अनजान राहों मे
SATPAL CHAUHAN
मोही  हृदय  अस्थिर,  व्यथित
मोही हृदय अस्थिर, व्यथित
Priya Maithil
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आलस्य का क्यों पीता जहर
आलस्य का क्यों पीता जहर
मनोज कर्ण
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
औरों के लिए सोचना ,अब छोड़ दिया हैं ।
औरों के लिए सोचना ,अब छोड़ दिया हैं ।
rubichetanshukla 781
Loading...