कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
विरही मन की बात ।
तुम बैठे परदेस मैं ,
जागूँ सारी रात ।।
सुशील सरना / 15-3-24
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
विरही मन की बात ।
तुम बैठे परदेस मैं ,
जागूँ सारी रात ।।
सुशील सरना / 15-3-24