Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Mar 2024 · 1 min read

कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो

कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियों को बाकायदा सजाकर छुपाया जाता है।
यह दुनिया है जनाब!
यहां मतलब से रिश्तों को बनाया और निभाया जाता है।

1 Like · 233 Views

You may also like these posts

ज़िंदगी है,
ज़िंदगी है,
पूर्वार्थ
*
*"सीता जी का अवतार"*
Shashi kala vyas
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
. मत देना पंख
. मत देना पंख
Shweta Soni
बैठी थी मैं सजन सँग कुछ कह के मुस्कुराए ,
बैठी थी मैं सजन सँग कुछ कह के मुस्कुराए ,
Neelofar Khan
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
दोहा त्रयी. . . शृंगार
दोहा त्रयी. . . शृंगार
sushil sarna
विश्व साड़ी दिवस
विश्व साड़ी दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
- मेरा जीवन हो गया अब पूर्णत साहित्य को समर्पित -
- मेरा जीवन हो गया अब पूर्णत साहित्य को समर्पित -
bharat gehlot
आजादी का उत्सव
आजादी का उत्सव
Rambali Mishra
शेर
शेर
Abhishek Soni
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
प्रेरक प्रसंग
प्रेरक प्रसंग
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
गीत लिखती हूं मगर शायर नहीं हूं,
गीत लिखती हूं मगर शायर नहीं हूं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मौसम
मौसम
आशा शैली
गीतिका (बता तो दे!)
गीतिका (बता तो दे!)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
Karuna Goswami
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
23. The Longing Eyes
23. The Longing Eyes
Ahtesham Ahmad
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3520.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक – भावनाएं
मुक्तक – भावनाएं
Sonam Puneet Dubey
बेटियां
बेटियां
Mukesh Kumar Sonkar
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*प्रणय*
प्राणों से प्यारा देश हमारा
प्राणों से प्यारा देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
वंदना
वंदना
पंकज परिंदा
बस इतना हमने जाना है...
बस इतना हमने जाना है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आई सी यू
आई सी यू
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
डॉ. दीपक बवेजा
Loading...