Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2024 · 1 min read

मेरे भोले भण्डारी

मेरे भोले भण्डारी
– डॉ० उपासना पाण्डेय
ओ मेरे भोले भण्डारी!
तुम्हरी है महिमा न्यारी।
तेरी छवि है अति प्यारी,
हम सब जाती बलिहारी ।

यह सावन की हरियाली,
सबके मन को है लुभाती।
सज गई हैं पूजा की थाली,
भक्तन मंदिरों में भजन हैं गाती।

नदियों में शिव ने जटा पसारी,
पापियों के मन हो गए भारी।
नभ में छायी घटा है कारी,
पानी-पानी हो गई धरा ये सारी।

तुम्हरे दर्शन कब होगें अवतारी?
मन में आस लगाए संसारी।
प्रतीक्षा में बिछाएँ आँखें कजरारी,
राह निहारे ‘उपासना’ तुम्हारी ।

Language: Hindi
3 Likes · 951 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

💐तेरे मेरे सन्देश-2💐
💐तेरे मेरे सन्देश-2💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
बने स्वयंभू आप
बने स्वयंभू आप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
इस जहां में यारा झूठ की हुक़ूमत बहुत है,
इस जहां में यारा झूठ की हुक़ूमत बहुत है,
Shikha Mishra
वक्त के साथ
वक्त के साथ
Chitra Bisht
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
Buddha Prakash
सीमाओं का परिसीमन
सीमाओं का परिसीमन
Nitin Kulkarni
मैं बैरवा हूँ
मैं बैरवा हूँ
gurudeenverma198
तुम बूंद बूँद बरसना
तुम बूंद बूँद बरसना
Saraswati Bajpai
नेता
नेता
surenderpal vaidya
"बयां"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम
तुम
Dr.Pratibha Prakash
🙅आज का उपाय🙅
🙅आज का उपाय🙅
*प्रणय प्रभात*
दोहा सप्तक  . . . . . विविध
दोहा सप्तक . . . . . विविध
sushil sarna
उम्मीद है दिल में
उम्मीद है दिल में
Surinder blackpen
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
*सर्दी का आनंद लें, कहें वाह जी वाह (कुंडलिया)*
*सर्दी का आनंद लें, कहें वाह जी वाह (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हमें कहता है अन्तर्मन हमारा
हमें कहता है अन्तर्मन हमारा
Nazir Nazar
हम
हम
हिमांशु Kulshrestha
4177.💐 *पूर्णिका* 💐
4177.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रश्नचिन्ह...
प्रश्नचिन्ह...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
भावो का भूखा
भावो का भूखा
ललकार भारद्वाज
वक्त का तकाजा हैं की,
वक्त का तकाजा हैं की,
Manisha Wandhare
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
समूचे विश्व में अपना भी स्वाभिमान निखरेगा,
समूचे विश्व में अपना भी स्वाभिमान निखरेगा,
Abhishek Soni
शून्य से शिखर तक
शून्य से शिखर तक
शशि कांत श्रीवास्तव
फितरत
फितरत
संजीवनी गुप्ता
As I grow up I realized that life will test you so many time
As I grow up I realized that life will test you so many time
पूर्वार्थ
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुख का मुकाबला
सुख का मुकाबला
Dr MusafiR BaithA
Loading...