Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
कितनी लाज़वाब थी प्रस्तुति तेरी...
तुम्हारे प्यार के खातिर सितम हर इक सहेंगे हम।
खुलकर जी लो जिंदगी एक बार मिली है प्यारे..
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
*कहा चैत से फागुन ने, नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन (गीत)*
बेफिक्र तेरे पहलू पे उतर आया हूं मैं, अब तेरी मर्जी....
जितना रोज ऊपर वाले भगवान को मनाते हो ना उतना नीचे वाले इंसान
Gujarati Urmikavya & Gujarati kavita, poetry of famous poets | Rekhtagujarati
पधारो मेरे राम बन्ना, पधारो सा….
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन,