Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 2 min read

छोटी कहानी- ‘सोनम गुप्ता बेवफ़ा है’ -प्रतिभा सुमन शर्मा

छोटी कहानी- ‘सोनम गुप्ता बेवफ़ा है’
लेखिका- प्रतिभा सुमन शर्मा

दिल्ली के धीरज को मुंबई के अनु के सपने दिन रात सताने लगे। जवानी की दहलीज में जो-जो पति पत्नी अपने निजी क्षणों में करते वह वो सब सोचता रहता अनु को अपने खयालों में बांधे। न जाने क्या-क्या करता खयालों में उसके साथ। और यह उसे तब से हो रहा था जब से उसकी मुलाकात अनु से फेसबुक पर हुई थी। वह याद से रोज उसे गुड मॉर्निंग का मैसेज भेजता। अनु भी उसके मॉर्निंग का जवाब बड़ी खुशी से देती। कभी-कभार उससे चैट भी कर लेती। पर अनु को जरा भी धीरज के ख्वाबो के इल्म न था। वह अपने और दोस्तों से जैसे हाई हेलो करती वैसे ही धीरज से भी। पर उसके लिखे हुए स्टेटस में धीरज खुद को ढूंढता रहता। अनगिनत अनर्गल खयाल बुनते रहता।
एक दिन उसने अनु को कुछ अजीब-सा पोस्ट भेजा जिसमे मंदिर की मूर्तियां अपने परमोच्च संभोग के क्षणों में लिप्त थी। अनु को बड़ा अटपटा-सा लगा दो-तीन सालों की फेसबुक फ़्रेंडशिप में कभी भी धीरज ने इस तरह का काम नहीं किया था। इसलिए अनु ने उसे पूछने की हिम्मत की। बोली, यह क्या है? धीरज को अनु से कुछ और उम्मीद थी। पर वह सतर्क हो गया और बोला पता नहीं कुछ स्पैम है जो मेरे अकाउंट से अपने आप पोस्ट हो रहा है। अनु ने बात को मान लिया और बात रफा-दफा हो गयी।
कुछ समय बीता। अनु किसी काम से दिल्ली गयी और अनु ने यह बात अपने स्टेटस में लिखी- ‘आई एम इन दिल्ली’ फिर क्या था। धीरज ने उसे तुरंत फ़ेसबुक से ही कॉल किया और अनु को किसी तरह जाकर मिला। अनु जैसे उधर से आ रही थी धीरज की धड़कनें तेज हो गयी। उसके कान गरम हो गए। उसे क्या करे क्या न करें समझ नहीं आया और धीरज भागकर अनु को लिपट गया। अनु के लिए यह बिल्कुल अनइस्पेक्टिड था। उसके पति के दोस्त उस वक्त अनु के साथ थे उनको भी यह बात बिल्कुल अजीब लगी। अनु झट से उससे दूर हुई। पर धीरज ने उसे पास खींचकर चूमना चाहा। अनु ने झटके से उसे दूर किया और अपने पति के दोस्त के साथ चल दी।
वह दोनों बात करते-करते गाड़ी में बैठकर चले गये।
धीरज को बहुत बुरा लगा कि अनु ने उसे धोखा दिया हो जैसे। अब धीरज दिल टूटे आशिक की तरह अनु की गाड़ी को देखता रहा और उसे लगा जैसे उसकी पूरी दुनिया ही उजड़ गयी है।
काफी देर तक वही अकेले खड़ा था। उससे चला भी नहीं जा रहा था। और उसने फेसबुक पर स्टेटस ऐड किया-‘साली शैतान की बच्ची प्यार में धोका दे गई।’
और लिखा-‘सोनम गुप्ता बेवफा है।’
अनु ने फेसबुक पर धीरज का स्टेटस देखा, और उसे ब्लॉक कर दिया।

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 187 Views

You may also like these posts

गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण )
गिरिधारी छंद विधान (सउदाहरण )
Subhash Singhai
#धोती (मैथिली हाइकु)
#धोती (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
Akash Agam
मेरी शान तिरंगा है
मेरी शान तिरंगा है
Santosh kumar Miri
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
तुम दरिया हो पार लगाओ
तुम दरिया हो पार लगाओ
दीपक झा रुद्रा
- मुझको बचपन लौटा दो -
- मुझको बचपन लौटा दो -
bharat gehlot
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
शोक-काव्य
शोक-काव्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
आप किसी के बुरे बर्ताव से दुखी है तो इसका मतलब वो लोगो का शो
आप किसी के बुरे बर्ताव से दुखी है तो इसका मतलब वो लोगो का शो
Rj Anand Prajapati
सच और सोच
सच और सोच
Neeraj Agarwal
अच्छे समय का
अच्छे समय का
Santosh Shrivastava
तेवरी’ प्रेमालाप नहीं + आदित्य श्रीवास्तव
तेवरी’ प्रेमालाप नहीं + आदित्य श्रीवास्तव
कवि रमेशराज
एक शाम ऐसी थी
एक शाम ऐसी थी
Ritu chahar
सावन
सावन
Shriyansh Gupta
मैं खड़ा किस कगार
मैं खड़ा किस कगार
विकास शुक्ल
जै मातादी
जै मातादी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
हार नहीं होती
हार नहीं होती
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
..
..
*प्रणय*
श्रंगार लिखा ना जाता है।।
श्रंगार लिखा ना जाता है।।
Abhishek Soni
" गुजारिश "
Dr. Kishan tandon kranti
बेशक उस शहर में हम अनजान बन के आए थे ।
बेशक उस शहर में हम अनजान बन के आए थे ।
Karuna Goswami
न जाने क्यों ... ... ???
न जाने क्यों ... ... ???
Kanchan Khanna
आधार छन्द-
आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र
Neelam Sharma
4320.💐 *पूर्णिका* 💐
4320.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...