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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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11 Feb 2024 · 1 min read
सरोकार
खुद की पीड़ा से रहा,
सभी को सरोकार।
पर पीड़ा करती रही,
दूर खड़ी चीत्कार ।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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