Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
24 Jan 2024 · 1 min read

क्या कहें

क्या कहें कितना प्यार करते हैं।
जो भी है बे’शुमार करते हैं।

दिल को बस बे’क़रार करते हैं।
खवाह-मख़ाह इंतज़ार करते हैं।

कैसे आये न एतबार हमें,
जब यक़ीं बे’ शुमार करते हैं।

हौसला है कि टूटता ही नहीं,
कोशिशें बार – बार करते हैं।

ख़ैरियत वो कभी नहीं लेते,
फिर भी हम उनको तार करते हैं।

फ़ौज़िया नसीम “शाद”

Loading...