Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
23 Jan 2024 · 1 min read

श्री राम‌

!! श्रीं !!
जय सियाराम…!
🙏
हमारे प्राण के आधार हैं वे राष्ट्र नायक हैं ,
वही हैं साध्य वे ही साधना हम राम‌ साधक हैं ,
न मर्यादा कभी अब टूट पायेंगी यहाँ देखो,
बना श्री राम का मन्दिर , बहुत आनंद दायक है ।
***
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
🧚‍♂️🦚🧚‍♂️

Loading...