Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
21 Jan 2024 · 1 min read

गांव की बात निराली

गांव की बात बड़ी निराली,
चारो तरफ फैली हरियाली,
खुला खुला सा इक आंगन,
चांद सितारों से भरा गगन,
पंछियों का कलरव प्यारा,
प्यारा लगता है गांव हमारा,
हरे भरे पेड़ देते है छाया,
देख देख मन को गांव भाया,
देखों रंग बिरंगी तितली सारी,
फूलों से भरी हर एक क्यारी,
खेत खलिहान अन्न से भरे,
देख सुंदरता सब थकान हरे,
ऐसा मेरा यह सुंदर सा गांव,
पग पग पर है प्रेम की छांव,

Loading...