Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2024 · 1 min read

अर्थव्यवस्था और देश की हालात

वर्तमान में समसामयिक घटना-चक्र को समझने और समझाने के लिए :-
बढ़िया संपादकीय,,
फिलहाल देश में एक ऐसी भीड़ मौजूद है,
जो सुनने / सुनाने के लिए तैयार नहीं है.
₹500 रूपये लीटर तेल,
₹2000 का रसोई गैस सिलेंडर खरीदने को तैयार है,
जिन्हें ₹205 लाख करोड़ देश पर कर्ज,
कर्ज नजर नहीं आता,
ऐसी विचारधारा के लोग कहते है,
प्रत्युत्तर में :-
कर्ज किस देश पर नहीं है,
उन्हें “जीडीपी से ऊपर कर्ज की जानकारी नहीं है
उन्हें ₹ रुपए की हालात $ डॉलर
येन / रूबल /कैनेडियन डॉलर
चीन की करेंसी यूआन transferable है,
हमारे देश के रुपये को पूछता कौन है,.
उनके लिए कर्ज भी इसलिए ठीक है,
क्योंकि इस कर्ज से पूंजीवाद फलफूल रहा है,, उन्हें परिभाषित करके तथाकथित धर्म की अफीम खिलाई जा रही है,

Language: Hindi
384 Views
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम का प्रदर्शन, प्रेम का अपमान है...!
प्रेम का प्रदर्शन, प्रेम का अपमान है...!
Aarti sirsat
Untold
Untold
Vedha Singh
" फेसबूक फ़्रेंड्स "
DrLakshman Jha Parimal
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*Perils of Poverty and a Girl child*
*Perils of Poverty and a Girl child*
Poonam Matia
#नवयुग
#नवयुग
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
તમે કોઈના માટે ગમે તેટલું સારું કર્યું હશે,
તમે કોઈના માટે ગમે તેટલું સારું કર્યું હશે,
Iamalpu9492
द्वंद
द्वंद
दीपक झा रुद्रा
" रावन नइ मरय "
Dr. Kishan tandon kranti
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
*मुट्ठियाँ बाँधे जो आया,और खाली जाएगा (हिंदी गजल)* ____________
Ravi Prakash
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
तेरी मर्जी से ढल जाऊं हर बार ये मुमकिन नहीं,
पूर्वार्थ
*बेटी की विदाई*
*बेटी की विदाई*
Dushyant Kumar
विश्वकप-2023 टॉप स्टोरी
विश्वकप-2023 टॉप स्टोरी
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
देखेगा
देखेगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आसुओं की भी कुछ अहमियत होती तो मैं इन्हें टपकने क्यों देता ।
आसुओं की भी कुछ अहमियत होती तो मैं इन्हें टपकने क्यों देता ।
Lokesh Sharma
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
शेखर सिंह
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
मैं अक्सर शायरी लिखता हूँ
शिव प्रताप लोधी
क्यों
क्यों
Neeraj Agarwal
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
3966.💐 *पूर्णिका* 💐
3966.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कब लेते संसार में,
कब लेते संसार में,
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
seema sharma
.
.
NiYa
बचपन
बचपन
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आपको हम
आपको हम
Dr fauzia Naseem shad
*वो खफ़ा  हम  से इस कदर*
*वो खफ़ा हम से इस कदर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
होश में आओ
होश में आओ
अनिल कुमार निश्छल
Loading...