Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2023 · 1 min read

जन्मदिन मुबारक हो

Janamdin he aaj tera, socha kuchh likhu, par kavita pe kavita karna aasan to nahi he!! Tuje shabdo me bayan kar sake aise words jahan me to nahi he….
To sun..meri lado
Har baat ko hasi me chhupaye wine ki tarah pi jati he…tu bhale hi zalli he par muje sachi lagti he..
Na gussa, na takrar, bas pyar hi pyar… Tu muje vodka wid hot chocolate wala combination lagti he…
Ganpati ka dance ho ya pehli barish ki fuhar…tu har pal hamesa pagalpanti ki masterni lagti he..
Dost bht chhota word he….tu muje mere dil ko sukun se bharne wala happiness wala oxygen lagti he..
Har chiz ki ek had hoti he…par tu muje had se jayda achi lagti he….
Happie bdy meri lado
lots of love…
Mumma

Language: Hindi
223 Views

You may also like these posts

"बेखबर हम और नादान तुम " अध्याय -3 "मन और मस्तिष्क का अंतरद्वंद"
कवि अनिल कुमार पँचोली
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
*बारिश सी बूंदों सी है प्रेम कहानी*
*बारिश सी बूंदों सी है प्रेम कहानी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट
हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
औरों का अपमान
औरों का अपमान
RAMESH SHARMA
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
शिव प्रताप लोधी
दुनिया को पता है कि हम कुंवारे हैं,
दुनिया को पता है कि हम कुंवारे हैं,
Aditya Prakash
2952.*पूर्णिका*
2952.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
विवश मन
विवश मन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
मेरी जिन्दगी
मेरी जिन्दगी
ललकार भारद्वाज
मैं रंग बन के बहारों में बिखर जाऊंगी
मैं रंग बन के बहारों में बिखर जाऊंगी
Shweta Soni
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
Pramila sultan
ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है!
ग़ज़ल - बड़े लोगों की आदत है!
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
बुद्धं शरणं गच्छामि
बुद्धं शरणं गच्छामि
Dr.Priya Soni Khare
तुम बिन
तुम बिन
Vandna Thakur
*अदरक (बाल कविता)*
*अदरक (बाल कविता)*
Ravi Prakash
चेहरे की तलाश
चेहरे की तलाश
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
शेखर सिंह
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर जीवन कलरव है।
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर जीवन कलरव है।
Neelam Sharma
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है,
डी. के. निवातिया
पावस की ऐसी रैन सखी
पावस की ऐसी रैन सखी
लक्ष्मी सिंह
देखना ख़्वाब
देखना ख़्वाब
Dr fauzia Naseem shad
" *लम्हों में सिमटी जिंदगी* ""
सुनीलानंद महंत
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
Rituraj shivem verma
"सफलता की चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...