Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2023 · 1 min read

समुद्र से गहरे एहसास होते हैं

समुद्र से गहरे एहसास होते हैं
अपने ,अपने होकर भी
कहाँ खास होते हैं
यह वक्त है साहब !
इसमें रिश्ते भी
वक्त पर नीलाम होते हैं।

हरमिंदर कौर, अमरोहा

2 Likes · 323 Views

You may also like these posts

माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
माना की देशकाल, परिस्थितियाँ बदलेंगी,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अगर कभी....
अगर कभी....
Chitra Bisht
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़  करु।
किससे माफी माँगू, किसको माँफ़ करु।
Ashwini sharma
सावन की बौछारों में ...
सावन की बौछारों में ...
sushil sarna
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
shabina. Naaz
बुड़बक बेटा आज्ञाकारी।
बुड़बक बेटा आज्ञाकारी।
Acharya Rama Nand Mandal
सावन बरसे झूम के,ननदी झूला झूल।
सावन बरसे झूम के,ननदी झूला झूल।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
अपने सिवा किसी दूजे को अपना ना बनाना साकी,
अपने सिवा किसी दूजे को अपना ना बनाना साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम
तुम
Tarkeshwari 'sudhi'
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
बिना पंख फैलाये पंछी को दाना नहीं मिलता
Anil Mishra Prahari
ईगो का विचार ही नहीं
ईगो का विचार ही नहीं
शेखर सिंह
एजाज़ लिख दूँ
एजाज़ लिख दूँ
शक्ति राव मणि
International Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम गांव वाले है जनाब...
हम गांव वाले है जनाब...
AMRESH KUMAR VERMA
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है
पूर्वार्थ
सफ़र जिंदगी के.....!
सफ़र जिंदगी के.....!
VEDANTA PATEL
बचपन
बचपन
Sakhi
अगर सोच मक्कार
अगर सोच मक्कार
RAMESH SHARMA
अपने होने का
अपने होने का
Dr fauzia Naseem shad
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
भीतर से तो रोज़ मर ही रहे हैं
भीतर से तो रोज़ मर ही रहे हैं
Sonam Puneet Dubey
सत री संगत
सत री संगत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ये विज्ञान हमारी शान
ये विज्ञान हमारी शान
Anil Kumar Mishra
"इक दनदनाती है ,रेल ,जो रोज है चलती ,
Neeraj kumar Soni
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
" तलब "
Dr. Kishan tandon kranti
"उतावलेपन" और "बावलेपन" में कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं होता। दोनों "द
*प्रणय*
Loading...