Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2023 · 1 min read

जनक दुलारी

विश्व हिन्दी सृजन सागर मंच।
जनक दुलारी
दिनांक 16/11,/2023
स्वरचित मौलिक रचना
===============
धरती से प्रगट भई
आदिशक्ति भवानी
उद्भव स्थिति संहार कारिणी
क्लेश हारिणी, जग तारिणी
सुन लीजिए अरज हमारी
मां अम्बे श्री,जनक दुलारी

पति व्रता तुम त्याग मुर्ति
सीता सावित्री पति व्रता
मिथिला नंदनी धरा पुत्री
जनक दुलारी,जग वंदिता।।

विदेह राज की पुत्री भई
आदि शक्ति भवानी।
तव चरणं कवि विजय
नमस्यामी नमस्यामी ।।

बाल्यकाल से महिमा भारी
शिव चाप उठा डाली।
आदि शक्ति जनक दुलारी
कोदण्ड यज्ञ कर डाली ।।

जग जननी जनक दुलारी
कठिन संकल्प कर डाली
आदि शक्ति जगत जननी
आदि पुरुष वरण कर डाली

जनक राज की जनक दुलारी
सुनैना की आंख तारा थी।
श्रीराम लला से कर विवाह
यह भाग्य था सनातन की।।

स्वरचित रचना मौलिक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग ज़िला रायपुर छ ग

Language: Hindi
1 Like · 250 Views

You may also like these posts

डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*खुद को चलना है अकेले*
*खुद को चलना है अकेले*
Krishna Manshi
Every morning,we are born again.What we do today is,what mat
Every morning,we are born again.What we do today is,what mat
Ritesh Deo
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सोच रहा अधरों को तेरे....!
सोच रहा अधरों को तेरे....!
singh kunwar sarvendra vikram
3614.💐 *पूर्णिका* 💐
3614.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
'दीप' पढ़ों पिछडों के जज्बात।
'दीप' पढ़ों पिछडों के जज्बात।
Kuldeep mishra (KD)
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
🌹हार कर भी जीत 🌹
🌹हार कर भी जीत 🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
अनमोल रतन
अनमोल रतन
Jai Prakash Srivastav
डर
डर
Sonam Puneet Dubey
शारदे देना मुझको ज्ञान
शारदे देना मुझको ज्ञान
Shriyansh Gupta
आज़ादी के दीवाने
आज़ादी के दीवाने
करन ''केसरा''
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अहंकार
अहंकार
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
अनिल "आदर्श"
अधूरेपन का मसला
अधूरेपन का मसला
NAVNEET SINGH
"कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
बहता जल कल कल कल...!
बहता जल कल कल कल...!
पंकज परिंदा
उनकी तस्वीर
उनकी तस्वीर
Madhuyanka Raj
..
..
*प्रणय*
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
Ravi Prakash
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
आख़िर तुमने रुला ही दिया!
आख़िर तुमने रुला ही दिया!
Ajit Kumar "Karn"
भर नहीं पाये जो,
भर नहीं पाये जो,
Dr fauzia Naseem shad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ये कटेगा
ये कटेगा
शेखर सिंह
Loading...