Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2023 · 1 min read

2649.पूर्णिका

2649.पूर्णिका
🌷 हे प्रभु अपनी कृपा बनाएं रखना🌷
22 2212 122 22
हे प्रभु अपनी कृपा बनाएं रखना।
आशाओं के शमां जलाएं रखना।।
भटके ना मन कभी जहाँ मेंअपना।
दामन भी प्यार का थमाएं रखना।।
हमसे हर काम नेकियों का ही हो।
राहों में फूल बस बिछाएं रखना।।
दुनिया के संग संग हम भी चलते ।
खुशियों का रंग सब लगाएं रखना।।
जीवन खेदू कहे कहानी अपनी ।
सुंदर बगियां यहाँ सजाएं रखना।।
………✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
27-10-2023शुक्रवार

317 Views

You may also like these posts

सत्य क्या है
सत्य क्या है
Minal Aggarwal
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दर्द ऐसा था जो लिखा न जा सका
दर्द ऐसा था जो लिखा न जा सका
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
- संकल्पो की सौरभ बनी रहे -
- संकल्पो की सौरभ बनी रहे -
bharat gehlot
आत्म बोध
आत्म बोध
OM PRAKASH MEENA
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
पूर्वार्थ
*जिनके मन में माँ बसी , उनमें बसते राम (कुंडलिया)*
*जिनके मन में माँ बसी , उनमें बसते राम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ज़मीर मर गया सब का..और आत्मा सो गयी .....
ज़मीर मर गया सब का..और आत्मा सो गयी .....
shabina. Naaz
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सारा जीवन बीत गया है!
सारा जीवन बीत गया है!
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
राम की मंत्री परिषद
राम की मंत्री परिषद
Shashi Mahajan
बिन बोले ही हो गई, मन  से  मन  की  बात ।
बिन बोले ही हो गई, मन से मन की बात ।
sushil sarna
आप सुनो तो तान छेड़ दूँ मन के गीत सुनाने को।
आप सुनो तो तान छेड़ दूँ मन के गीत सुनाने को।
श्रीकृष्ण शुक्ल
जीवन में असली कलाकार वो गरीब मज़दूर
जीवन में असली कलाकार वो गरीब मज़दूर
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आदर्श शिक्षक
आदर्श शिक्षक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तल्खियां
तल्खियां
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
वक़्त की पहचान🙏
वक़्त की पहचान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक आकार
एक आकार
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
आ जाओ गणराज
आ जाओ गणराज
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
बीता हुआ कल
बीता हुआ कल
dr rajmati Surana
*सुप्रभातम*
*सुप्रभातम*
*प्रणय*
मेरे हमराज
मेरे हमराज
ललकार भारद्वाज
परम सत्य
परम सत्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमें फुरसत कहाँ इतनी
हमें फुरसत कहाँ इतनी
gurudeenverma198
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
Dr. Upasana Pandey
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
डॉ. दीपक बवेजा
खुशियाँ तुमसे -है
खुशियाँ तुमसे -है
शशि कांत श्रीवास्तव
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
Loading...