Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2023 · 1 min read

23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
🌷 कोनो समझ पाय नहीं 🌷
22 212 22
कोनो समझ पाय नहीं ।
मरना कुछु उपाय नहीं ।।
जिनगीभर करय तैं का।
दुनिया ला बताय नहीं ।।
देखत निकलगे बेरा।
बइठे ला दिखाय नहीं ।।
कइसे हे मया पीरित ।
हिरदे ला लगाय नहीं ।।
चिनही कोन खेदू अब।
चिंहारी कराय नहीं ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-10-2023सोमवार

260 Views

You may also like these posts

शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
शादी होते पापड़ ई बेलल जाला
आकाश महेशपुरी
04/05/2024
04/05/2024
Satyaveer vaishnav
सफ़र में था
सफ़र में था
Mahesh Tiwari 'Ayan'
चुन लेना राह से काँटे
चुन लेना राह से काँटे
Kavita Chouhan
धूल-मिट्टी
धूल-मिट्टी
Lovi Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
Neeraj Agarwal
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
आंखो के सपने और ख्वाब
आंखो के सपने और ख्वाब
Akash RC Sharma
3138.*पूर्णिका*
3138.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऊंची इमारतों में रहने वाले
ऊंची इमारतों में रहने वाले
Chitra Bisht
International Day Against Drug Abuse
International Day Against Drug Abuse
Tushar Jagawat
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मनमर्जी की जिंदगी,
मनमर्जी की जिंदगी,
sushil sarna
"कसर"
Dr. Kishan tandon kranti
आभ
आभ
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*असीम प्यार
*असीम प्यार
Rambali Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
राजनीति में सच का अभाव है
राजनीति में सच का अभाव है
Krishan Singh
खिड़कियाँ
खिड़कियाँ
Kanchan Advaita
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
प्यारी सुबह
प्यारी सुबह
Santosh kumar Miri
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक बनी थी शक्कर मिल
एक बनी थी शक्कर मिल
Dhirendra Singh
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
पूर्वार्थ
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ज्ञान:- खुद की पहचान बस और कुछ नहीं
ज्ञान:- खुद की पहचान बस और कुछ नहीं
हरिओम 'कोमल'
सफर सफर की बात है ।
सफर सफर की बात है ।
Yogendra Chaturwedi
श्री गणेशा
श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सब कुछ हार जाओ आप इस जिंदगी में।
सब कुछ हार जाओ आप इस जिंदगी में।
Rj Anand Prajapati
Loading...