Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2023 · 1 min read

थक गया दिल

जिंदगी ख़्वाब में
बसर करके ।
थक गया दिल भी
अब सफ़र करके ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
6 Likes · 533 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
पूर्वार्थ
म्हारा देवर रो है ब्याव
म्हारा देवर रो है ब्याव
gurudeenverma198
जजमैंटल
जजमैंटल
Shashi Mahajan
नया साल
नया साल
umesh mehra
मोतियाबिंद
मोतियाबिंद
Surinder blackpen
मेरा नसीब मुझे जब भी आज़मायेगा,
मेरा नसीब मुझे जब भी आज़मायेगा,
Dr fauzia Naseem shad
कलम मत बेच देना तुम
कलम मत बेच देना तुम
आकाश महेशपुरी
*सतगुरु साँई  तेरे  संग है प्रीत लगाई*
*सतगुरु साँई तेरे संग है प्रीत लगाई*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेहनत के दिन ।
मेहनत के दिन ।
Kuldeep mishra (KD)
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
आर.एस. 'प्रीतम'
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
पानी ही पानी
पानी ही पानी
TARAN VERMA
3368.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3368.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
बुंदेली दोहे-फतूम (गरीबों की बनियान)
बुंदेली दोहे-फतूम (गरीबों की बनियान)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंहकार
अंहकार
Neeraj Agarwal
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
चाहत।
चाहत।
Taj Mohammad
राजनीति की पी रहे, सारे अगर शराब.
राजनीति की पी रहे, सारे अगर शराब.
RAMESH SHARMA
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
Suryakant Dwivedi
...जागती आँखों से मैं एक ख्वाब देखती हूँ
...जागती आँखों से मैं एक ख्वाब देखती हूँ
shabina. Naaz
"दिखावे की खुशी"
*प्रणय*
सभी के स्टेटस मे 9दिन माँ माँ अगर सभी के घर मे माँ ख़ुश है तो
सभी के स्टेटस मे 9दिन माँ माँ अगर सभी के घर मे माँ ख़ुश है तो
Ranjeet kumar patre
सबूतों और गवाहों को अगर मद्द-ए-नज़र रखता
सबूतों और गवाहों को अगर मद्द-ए-नज़र रखता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
नववर्ष
नववर्ष
Sudhir srivastava
My Loving book
My Loving book
Dr. Vaishali Verma
कृपाण घनाक्षरी (करवा चौथ )
कृपाण घनाक्षरी (करवा चौथ )
guru saxena
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...