Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2023 · 1 min read

’राम की शक्तिपूजा’

’राम की शक्तिपूजा’ बामन कवि निराला की ही नहीं, हिंदी की बहुत ही घटिया कविता है जो कपटी प्रगतिशील बौद्धिकों/सवर्णों के चलते नाहक ही मशहूर कर दी गई है।

205 Views
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
रात
रात
SHAMA PARVEEN
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
4143.💐 *पूर्णिका* 💐
4143.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
खालीपन
खालीपन
sheema anmol
श्री कृष्ण
श्री कृष्ण
Vandana Namdev
एक क़ता ,,,,
एक क़ता ,,,,
Neelofar Khan
मजहब का नही पता, सनातन का पता बन जायेगा,
मजहब का नही पता, सनातन का पता बन जायेगा,
P S Dhami
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
Rj Anand Prajapati
मैथिल
मैथिल
श्रीहर्ष आचार्य
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
Ravi Prakash
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
मैं(गाँव) तड़प रहा हूँ पल-पल में
मैं(गाँव) तड़प रहा हूँ पल-पल में
Er.Navaneet R Shandily
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
सुनो मुहब्बत जब नफरत में बदलती है......
shabina. Naaz
आशुतोष,
आशुतोष,
पं अंजू पांडेय अश्रु
दर्द का बस
दर्द का बस
Dr fauzia Naseem shad
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
यह सुहाना सफर अभी जारी रख
Anil Mishra Prahari
(कविता शीर्षक) *जागृति की मशाल*
(कविता शीर्षक) *जागृति की मशाल*
Ritu Asooja
।। यथार्थ ।।
।। यथार्थ ।।
Priyank Upadhyay
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
आर.एस. 'प्रीतम'
जीव सदा संसार में,
जीव सदा संसार में,
sushil sarna
सौंदर्य
सौंदर्य
OM PRAKASH MEENA
"चाँद चलता रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
हलधर फांसी, चढ़ना कैसे, बंद करें.??
पंकज परिंदा
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"" *तथता* "" ( महात्मा बुद्ध )
सुनीलानंद महंत
नई नई आंखे हो तो,
नई नई आंखे हो तो,
पूर्वार्थ
*भला कैसा ये दौर है*
*भला कैसा ये दौर है*
sudhir kumar
औलाद का सुख
औलाद का सुख
Paras Nath Jha
Loading...