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28 Aug 2023 · 1 min read

धन दौलत सोना चांदी

धन दौलत सोना चांदी
महल अटारी सब कुछ था
बिन बेटा का अवध नरेश
आंगन उनका सुना था

सर पकड़ कर राजा सोचा
बिना वंश जग सुन्ना है
आंगन किलकारी वहां होता
जिनके गोदी मां मुन्ना है

सोच समझकर राजा निकला
पहूंच गये सद्गुरु के पास
उनके मन में तमन्ना भारी था
रहा पूर्ण हृदय में विश्वास

चरण पकड़ राजा बोला
सद्गुरु कृपा करो अपार
ब्रम्ह सम मोही पुत्र मिलें
जो लें मेरा सिर का भार

विचलित दशा राजा में देखा
सद्गुरु ने दिया वरदान
पुत्रेष्टि यज्ञ करवाओ राजन
आ जायेंगे आंगन पर राम

जय जय श्री राम,जय जय श्रीराम

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