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11 Aug 2023 · 1 min read

मेरा मन इंद्रधनुषी

नमस्कार मित्रो

#मेरा मन इन्द्रधनुषी

हे पाखी तेरी #देह कि
#चौखट क्यूं सूनी है।
प्रियतम के किस संदेश की #प्रतीक्षा मे तू
खड़ी है।

कैसी #अकुलाहट है तेरे मन के विरह मिलन जो तू #मौन खडी है।
कार्तिक नितिन शर्मा

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